
जयपुर, 12 अक्टूबर | विशेष संवाददाता । राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) की एड-हॉक कमेटी में एक बार फिर विवाद गहराता नजर आ रहा है। समिति के चार सदस्यों ने कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई है और उनके हालिया निर्णयों को एकतरफा एवं असंवैधानिक बताया है।
चार सदस्यों ने किया विरोध
कमेटी के सदस्यों — धनंजय सिंह खिम्सार, मोहित यादव, आशिष तिवारी और पिंकेश जैन — ने शनिवार को एक बैठक कर सामूहिक रूप से कुमावत के फैसलों का विरोध किया।
बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि कन्वीनर ने समिति की सहमति के बिना कई अहम निर्णय लिए हैं, जिनमें चयन समिति का गठन, लोकपाल की नियुक्ति और मिराज स्टेडियम से समझौता शामिल है।
चयन समिति और लोकपाल पर आपत्ति
चारों सदस्यों ने वर्तमान सीनियर चयन समिति को भंग करने और लोकपाल (Ombudsman) की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की है। उनका कहना है कि इन नियुक्तियों के लिए न तो औपचारिक बैठक बुलाई गई और न ही अन्य सदस्यों की मंजूरी ली गई।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मिराज स्टेडियम के साथ किया गया तीन माह का अनुबंध RCA के हितों के खिलाफ है।
कन्वीनर कुमावत की सफाई
कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने अपने फैसलों को उचित ठहराते हुए कहा है कि समिति के सभी निर्णय नियमों और पारदर्शिता के तहत लिए गए हैं।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य राजस्थान क्रिकेट में पारदर्शी चयन प्रणाली लाना है। खिलाड़ियों का चयन अब केवल प्रदर्शन के आधार पर होगा, न कि सिफारिशों पर।”
पहले भी हो चुके हैं विवाद
इससे पहले मार्च में बनी एड-हॉक कमेटी में भी बीजेपी विधायक जयदीप बिहानी के नेतृत्व में कई विवाद हुए थे। उस समय भी चार सदस्यों ने कमेटी के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। सरकार द्वारा बाद में नई कमेटी गठित कर कुमावत को नया कन्वीनर बनाया गया था।
RCA में प्रशासनिक अस्थिरता जारी
लगातार विवादों से RCA में प्रशासनिक अस्थिरता बनी हुई है। चयन प्रक्रिया, जिला संघों की मान्यता और स्टेडियम अनुबंध जैसे मुद्दों पर टकराव से राजस्थान क्रिकेट का संचालन प्रभावित हो रहा है।
खिलाड़ियों और जिला क्रिकेट संघों ने भी RCA से जल्द स्थायी समाधान की मांग