
नई दिल्ली,डिजिटल डेस्क। चीन दौरे पर तियानजिन पहुंचे पीएम मोदी का पारंपरिक भारतीय नृत्य के साथ स्वागत किया गया। पीएम मोदी के स्वागत में प्रस्तुति देने वाली कथक नृत्यांगना डू जुआन ने कहा कि मेरा भारतीय नाम सचिता है। आज हम कथक प्रस्तुत करने जा रहे हैं, और मैं पिछले 12 वर्षों से कथक सीख रही हूं। हम लंबे समय से इसका अभ्यास कर रहे हैं, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में प्रस्तुति देना हमारे लिए सम्मान की बात है।
पीएम मोदी के चीन दौरे को लेकर भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य मकरांत ठक्कर ने कहा कि मैं उन सौभाग्यशाली लोगों में से एक हूं जो प्रधानमंत्री मोदी से पहले भी मिल चुके हैं, जब उन्होंने 2015 में शंघाई का दौरा किया था। हम उनसे यहां मिलने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। हम सभी उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। भारत और चीन दोनों एक-दूसरे से सीख सकते हैं और साथ मिलकर काम कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री अपनी जापान की दो दिवसीय यात्रा का समापन कर चीन के लिए रवाना हुए थे। जापान यात्रा के समापन पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा था कि जापान की यह यात्रा याद रखी जाएगी। उन्होंने लिखा कि जापान की यह यात्रा उन उपयोगी परिणामों के लिए याद रखी जाएगी जिनसे हमारे देश के लोगों को लाभ होगा। मैं प्रधानमंत्री इशिबा, जापानी जनता और सरकार को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं।
चीन रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि विश्व आर्थिक व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए भारत और चीन का साथ काम करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा था कि नई दिल्ली आपसी सम्मान, साझा हितों और परस्पर संवेदनशीलता के आधार पर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।
