October 7, 2025

पटना । बिहार में आतंकी वारदात करने के मकसद को लेकर नेपाल सीमा से जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों की घुसपैठ की रिपोर्ट्स आ रही है । प्रदेश में इसको लेकर हाई अलर्ट जारी किया है ।

जानकारी के अनुसार 28 अगस्त 2025 को बिहार पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने खुफिया जानकारी के आधार पर पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया।

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादी नेपाल सीमा के रास्ते बिहार में घुस आए हैं। इन आतंकियों की पहचान हसनैन अली (रावलपिंडी), आदिल हुसैन (उमरकोट), और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर) के रूप में हुई है। यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है, क्योंकि इन आतंकियों के किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की आशंका जताई जा रही है।
घुसपैठ का रास्ता और समय
खुफिया सूत्रों के अनुसार, ये तीनों आतंकी अगस्त 2025 के दूसरे सप्ताह में नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे और तीसरे सप्ताह में नेपाल-बिहार सीमा पार कर बिहार में दाखिल हुए। विशेष रूप से अररिया और रक्सौल (मोतिहारी) के रास्ते घुसपैठ की आशंका जताई गई है। नेपाल की खुली सीमा (729 किलोमीटर) का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा सुरक्षित रास्ते के रूप में किया गया, जो पहले भी कई बार देखा जा चुका है।
क्यों नेपाल ?: भारत-नेपाल सीमा की लंबाई करीब 1,700 किलोमीटर है, जिसमें बिहार के 729 किलोमीटर शामिल हैं। घने जंगल, नदियां, और ग्रामीण क्षेत्रों के कारण इस सीमा पर पूरी निगरानी करना चुनौतीपूर्ण है। आतंकी नकली पासपोर्ट और स्थानीय तस्करों की मदद से आसानी से सीमा पार कर लेते हैं।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई


हाई अलर्ट और सर्च ऑपरेशन: बिहार पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है। सीमावर्ती जिलों जैसे सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, सुपौल, और किशनगंज में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, और भीड़भाड़ वाले इलाकों में निगरानी बढ़ाई गई है।


इनाम की घोषणा: मोतिहारी पुलिस ने तीनों आतंकियों पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया है। मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि सीमा पर वाहन जांच और सर्च ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं।
सूचना साझा: पुलिस मुख्यालय ने आतंकियों के नाम, तस्वीरें, और पासपोर्ट विवरण सभी सीमावर्ती जिलों के पुलिस और प्रशासन के साथ साझा किए हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच और स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं।
एसएसबी की भूमिका: सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। बगहा, बाल्मीकि नगर, और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में गहन जांच और नाइट विजन डिवाइस के साथ निगरानी की जा रही है। स्थानीय पुलिस और नेपाल पुलिस के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है।
जैश-ए-मोहम्मद का बैकग्राउंड
जैश-ए-मोहम्मद एक पाकिस्तान स्थित जिहादी संगठन है, जिसकी स्थापना मसूद अजहर ने 2000 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य कश्मीर को भारत से अलग करना है, लेकिन यह भारत, अमेरिका, और अन्य पश्चिमी देशों के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में भी शामिल रहा है। संगठन को भारत, अमेरिका, और ब्रिटेन ने आतंकी संगठन घोषित किया है। 2002 में पाकिस्तान ने भी इसे प्रतिबंधित किया, जिसके बाद इसने खुद्दाम उल-इस्लाम के नाम से काम शुरू किया।
चुनौतियां और आशंकाएं
चुनावी माहौल: बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस दौरान नेताओं की रैलियां और जनसभाएं आतंकियों के लिए आसान निशाना हो सकती हैं। हाल ही में दरभंगा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की बाइक रैली और पीएम मोदी का दौरा इसकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।


सीमा की कमजोरी: बिहार की नेपाल सीमा पर संसाधनों की कमी और विशाल क्षेत्र के कारण 24 घंटे निगरानी मुश्किल है। मई 2025 में भी 18 संदिग्धों की घुसपैठ हुई थी, जिसमें एक खालिस्तानी ऑपरेटिव पकड़ा गया था।


आतंकी मंसूबे: खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकी देश के किसी हिस्से में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकते हैं, जिससे चुनावी माहौल प्रभावित हो सकता है।
जनता से अपील
बिहार पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस या हेल्पलाइन पर दें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *