
भूख के संकट को कम करने के लिए उठाए कदम
गाजा । इज़राइल ने गाजा में सहायता वितरण पर प्रतिबंध हटाए, भूख के संकट को कम करने के लिए कदम उठाए। इज़राइल ने सप्ताहांत में गाजा में मानवीय सहायता वितरण पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया, ताकि तबाह हो चुके फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में बढ़ते भूख के संकट और अंतरराष्ट्रीय आक्रोश को संबोधित किया जा सके।
यह निर्णय गाजा में खाद्य असुरक्षा और भुखमरी की बढ़ती रिपोर्टों के बीच आया है, जिसने वैश्विक स्तर पर इज़राइल के प्रति आलोचना को तेज़ किया है।सैन्य अभियानों में ठहराव और बिजली बहालीइज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने रविवार, 27 जुलाई 2025 को गाजा में संयुक्त राष्ट्र के राहत काफिलों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए हमास के खिलाफ कुछ सैन्य अभियानों को 10 घंटे के लिए स्थगित करने की घोषणा की। यह ठहराव अल-मवासी, दैर-अल-बलाह, और गाजा शहर में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक लागू रहा। इसके अलावा, इज़राइल ने मार्च 2025 के बाद पहली बार गाजा में एक विलवणीकरण संयंत्र में बिजली आपूर्ति बहाल की, जिससे स्वच्छ पानी की उपलब्धता में सुधार की उम्मीद है।
हवाई मार्ग से खाद्य आपूर्ति-
गाजा में भोजन की भारी कमी को देखते हुए, इज़राइल ने रविवार को हवाई मार्ग से खाद्य आपूर्ति शुरू की। IDF ने आटा, चीनी, दवाइयाँ, और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से युक्त सात पैलेट गाजा में उतारे। यह कदम पिछले साल विदेशी वायु सेनाओं द्वारा आजमाए गए पैराशूट वितरण तंत्र की याद दिलाता है, जिसे तब पैमाने और सुरक्षा चिंताओं के कारण छोड़ दिया गया था। इज़राइल का यह प्रयास गाजा में भोजन की तलाश में होने वाली मौतों और सहायता केंद्रों पर भीड़ की खबरों के बाद उठाया गया है।
भूख का संकट और अंतरराष्ट्रीय दबाव
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने हफ्तों पहले चेतावनी दी थी कि गाजा की 21 लाख की पूरी आबादी खाद्य असुरक्षा के संकट का सामना कर रही है। कई सहायता समूहों ने बताया कि भुखमरी तेज़ी से फैल रही है, और स्थानीय अस्पतालों के अनुसार, भोजन की कमी से हाल के दिनों में 21 बच्चों की मौत हो चुकी है। गाजा में दुबले-पतले शिशुओं, सूप की कतारों में ठूँसे हुए बच्चों, और आटे के थैलों के लिए झगड़ते लोगों की तस्वीरें वैश्विक गुस्से को भड़का रही हैं। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधि काजा कल्लास ने गाजा में सहायता की तलाश में लोगों की हत्या को “अक्षम्य” बताया, जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने स्थिति को “हाल के इतिहास में अभूतपूर्व भयावह” करार दिया।
इज़राइल का रुख और जवाब
इज़राइल ने गाजावासियों को जानबूझकर भूखा रखने के आरोपों का खंडन किया है। संयुक्त राष्ट्र में इज़राइल के राजदूत डैनी डैनन ने तेल अवीव रेडियो स्टेशन 103 FM को बताया कि “झूठ से भरा एक अभियान” गाजा में अकाल की गलत धारणा पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने सहायता वितरण का फैसला इसलिए लिया ताकि दुनिया को दिखाया जा सके कि इज़राइल इन दावों पर ध्यान दे रहा है, भले ही वह तथ्यों से असहमत हो। IDF ने यह भी दावा किया कि हमास सहायता वितरण को बाधित करने की कोशिश कर रहा है, उदाहरण के लिए, राफा में एक सहायता केंद्र के पास प्रोजेक्टाइल दाग कर।
संयुक्त राष्ट्र और सहायता संगठनों की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने इज़राइल के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि गाजा में सहायता की ज़रूरत इससे कहीं अधिक है। यूएन के मानवीय राहत समन्वय प्रमुख टॉम फ़्लैचर ने कहा कि 11 सप्ताह की नाकाबंदी के बाद सीमित सहायता की अनुमति एक सकारात्मक कदम है, लेकिन अपर्याप्त है। UNRWA ने गाजा में भुखमरी को “मानव-निर्मित” बताते हुए इज़राइल पर सहायता रोकने का आरोप लगाया। गैर-सरकारी संगठनों ने भी गाजा में “बड़े पैमाने पर अकाल” की चेतावनी दी है, जिसका असर उनके कर्मचारियों पर भी पड़ रहा है।
पृष्ठभूमि और संदर्भ
इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को हमास के दक्षिणी इज़राइल पर हमले के बाद तेज़ हुआ, जिसके जवाब में इज़राइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया। मार्च 2025 में दो महीने का संघर्ष विराम टूटने के बाद इज़राइल ने सहायता वितरण पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे, जिसे अब इस फैसले ने वस्तुतः उलट दिया है। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस युद्ध में अब तक 52,800 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकतर महिलाएँ और बच्चे हैं, और 1,19,000 से अधिक घायल हुए हैं।