
नई दिल्ली,नेशनल डेस्क। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक नीति अपना ली है और ‘नए युद्ध सिद्धांत’ को अपनाने की योजना बना रहा है। इस नए सिद्धांत के तहत, भारत में होने वाला कोई भी आतंकी हमला ‘एक्ट ऑफ वॉर’ यानी देश के खिलाफ युद्ध माना जाएगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की अगुवाई में इस युद्ध सिद्धांत को संस्थागत रूप दिया जाएगा।
नए युद्ध सिद्धांत की मुख्य बातें:
- आतंकवाद को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा: भारत अब आतंकवादी हमलों को युद्ध की कार्रवाई के तौर पर मानेगा और जवाबी कार्रवाई में सटीकता से निशाना बनाएगा।
- प्रिवेंटिव कार्रवाई: संभावित खतरों को शुरुआत में ही समाप्त करने के लिए प्रिवेंटिव कार्रवाई की जाएगी, जैसे कि प्रोएक्टिव डेटेरेंस, प्रिएम्टिव स्ट्राइक्स और प्रिवेंटिव कार्रवाई।
- आतंकियों को पनाह देने वाले देशों की जवाबदेही: आतंकियों को पनाह देने वाली सरकारें हमले के प्रति जवाबदेह होंगी और आतंकवाद और उन्हें पनाह देने वाले आकाओं में कोई भेद नहीं होगा।
- परमाणु संयम: भारतीय सेना परमाणु संयम बरतने के साथ-साथ सभी तरह के विकल्प अपनाने के लिए आजाद होगी।
- फ्यूचर वॉरफेयर एनालिसिस ग्रुप: युद्ध के तरीकों को समझने और नई रणनीति बनाने के लिए फ्यूचर वॉरफेयर एनालिसिस ग्रुप की स्थापना की जाएगी।
- आधुनिकीकरण और नया ट्रेनिंग सिस्टम: सेना में आधुनिकीकरण और नया ट्रेनिंग सिस्टम लागू किया जाएगा ।