October 7, 2025

राहुल गांधी की डिनर पर 24 पार्टियों के नेता पहुंचे

नई दिल्ली,नेशनल डेस्क। दिल्ली में गुरुवार को एक और सियासी शाम फिर से गर्माई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने INDIA अलायंस के नेताओं को डिनर पर बुलाया।जिसमे 24 पार्टियों के 50 से ज्‍यादा नेता, सांसद पहुंचे।

इसमें ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी, सपा, आरजेडी, श‍िवसेना, डीएमके, एनसीपी और सीपीआई के नेता भी थे। चर्चा देश की मौजूदा राजनीत‍ि पर होनी थी। वोट चोरी पर बात होनी थी। उपराष्‍ट्रपत‍ि चुनाव और बिहार में वोटर ल‍िस्‍ट र‍िवीजन की भी होनी थी. लेकिन सबसे बड़ा सवाल क‍ि क्‍या मतभेद दूर हो गए ? क्‍या सभी दलों ने मान ल‍िया क‍ि राहुल गांधी ही अलायंस के लीडर हैं ?

पिछले कुछ हफ्तों से संसद में जो हो रहा है, वो विपक्ष के लिए चेतावनी से कम नहीं। बिहार में चुनाव आयोग की स्‍पेशल इंटेंस‍िव र‍िवीजन (SIR) प्रक्रिया ने विपक्षी दलों को एकजुट होने पर मजबूर कर दिया है. डीएमके से लेकर सीपीआईएम तक और आम आदमी पार्टी से लेकर टीएमसी तक, सबने इसे मतदाताओं के अध‍िकारों पर हमला करार द‍िया है. विपक्ष मानता है कि सरकार वोटर लिस्ट से चुनिंदा नाम काटकर चुनावी गणित बदलना चाहती है. और यही वह डर है, जिसने INDIA की जंग लगी मशीनरी को दोबारा स्टार्ट कर दिया है।

क्या तय हुआ
सबने मिलकर तय क‍िया क‍ि SIR का मुद्दा उठते रहेंगे. प्रदर्शन जारी रहेगा और संसद में चर्चा की मांग करते रहेंगे.
उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार देंगे. नाम पर इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं के बीच चर्चा होगी.
सरकार अगर कोई नाम लेकर हमसे संपर्क करती है तो देखा जाएगा लेकिन सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड से ये नहीं लगता.
राहुल गांधी की ओर से उठाए गए चुनावी धांधली मामले को SIR के साथ जोड़कर उठाया जाएगा.
राहुल गांधी बिहार के दोनों मुद्दों को राजद के साथ मिलकर पूरी ताकत से उठाएंगे. 17 से राहुल गांधी बिहार दौरे पर रहेंगे.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, लगभग 24 पार्टियां मौजूद रहीं। शरद पवार जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए। हमने सरकार से सही सवाल पूछे हैं और सरकार पर दबाव डाला है। आज राहुल गांधी ने मतदाता धोखाधड़ी कैसे हो रही है, इसका सबूत के साथ प्रदर्शन किया।


फारूख अब्दुला ने कहा, स्टेटहुड को लेकर मांग रखी है, राज्यसभा सीटों को भरने को लेकर भी चर्चा हो। वोटों की लूट को लेकर एक प्रेजेंटेशन भी देखा है, जो आज राहुल गांधी ने मीडिया को दिखाया।

क्‍या राहुल गांधी को सबने मान ल‍िया लीडर?

सबसे बड़ा सवाल क‍ि क्या राहुल गांधी फिर से केंद्र में हैं, या गठबंधन उनसे आगे बढ़ना चाहता है? बीते साल भर में ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव जैसे कई नेताओं ने खुले मंच से राहुल गांधी को नेता मानने से इनकार किया. ममता तो साफ बोल चुकी हैं क‍ि किसी और को गठबंधन का चेहरा बनाया जाए. शरद पवार की पार्टी से लेकर कम्‍युन‍िष्‍ट पार्टियां तक कांग्रेस पर हमलावर रही हैं. लेकिन अब जब TMC खुद राहुल गांधी के डिनर में शरीक हो रही है, और आप भी SIR मुद्दे पर साथ खड़ी है तो सवाल है क‍ि क्‍या सारे मतभेद दूर हो गए।

सिर्फ मुद्दों पर साथ, नेतृत्व पर नहीं?

INDIA अलायंस में तालमेल संसद के अंदर तक सीमित है। बाहर आते ही वही पुराने गिले-शिकवे जिंदा हो जाते हैं। जैसे टीएमसी बंगाल में कांग्रेस और वामपंथियों को अपना दुश्मन मानती है। आप दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को चुनौती देती है. डीएमके और लेफ्ट अपने-अपने राज्यों की प्राथमिकताओं में व्यस्त हैं. इसलिए कांग्रेस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है क‍ि क्या वो सिर्फ फ्लोर कोआर्डिनेशन की पार्टी बनकर रह जाएगी, या असली नेतृत्व करेगी?

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