October 7, 2025

243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए दो से तीन चरणों में होंगे चुनाव

पटना, स्टेट ब्यूरो। भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को तेज कर दिया है और जल्द ही आधिकारिक तिथियों की घोषणा करने की संभावना जताई है।

सूत्रों के अनुसार, 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए मतदान अक्टूबर या नवंबर 2025 में दो से तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। यह निर्णय मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल के समाप्त होने की तारीख, 22 नवंबर 2025, को ध्यान में रखकर लिया गया है। चुनाव आयोग की तैयारियांचुनाव आयोग ने मतदाता सूची के संशोधन और अन्य प्रशासनिक तैयारियों को लगभग पूरा कर लिया है। जून 2025 में शुरू हुए विशेष गहन संशोधन (SIR) अभियान के तहत, 98.2% मतदाताओं के दस्तावेजों का सत्यापन हो चुका है।

चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं कि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। इसके लिए राज्य में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और VVPAT की उपलब्धता की जांच भी शुरू कर दी गई है। ECI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत दिए कि तिथि घोषणा सितंबर 2025 के अंत तक हो सकती है, जिसके बाद आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो जाएगी।

आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों पर सख्त नियम लागू होंगे, जो चुनावी प्रचार और सरकारी योजनाओं की घोषणा को प्रभावित करेंगे।चुनाव चरण और अनुमानित समयपिछले विधानसभा चुनाव (2020) की तरह, इस बार भी बिहार में मतदान दो से तीन चरणों में होने की संभावना है। इसका कारण राज्य की विशाल भौगोलिक और जनसंख्या विविधता है।

सूत्रों के मुताबिक, मतदान अक्टूबर के अंतिम सप्ताह या नवंबर के पहले दो हफ्तों में आयोजित हो सकता है। मतगणना और परिणाम की घोषणा नवंबर 2025 के अंत तक होने की उम्मीद है, ताकि नई सरकार का गठन समय पर हो सके।राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाचुनाव तिथियों की संभावना की खबर के बाद राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को और तेज कर दिया है। NDA (BJP-JD(U)) ने इसे एक अवसर के रूप में देखा है और अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

JD(U) के प्रवक्ता ने कहा, “हम तैयार हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर बिहार की जनता का भरोसा जीतेंगे।” दूसरी ओर, महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) ने भी अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। RJD नेता तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर ECI पर सवाल उठाए, लेकिन आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।चुनावी माहौल और चुनौतियांबिहार में चुनावी माहौल पहले से ही गर्म है। प्रमुख मुद्दों में बेरोजगारी, पलायन, बाढ़ प्रबंधन, और जातिगत समीकरण शामिल हैं।

प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी इस बार एक नया विकल्प बनकर उभर रही है, जिससे चुनावी प्रतिस्पर्धा और रोचक होने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने सुरक्षा व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की जा रही है, और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की योजना बनाई जा रही है।

कई यूजर्स ने अक्टूबर-नवंबर की समयसीमा को लेकर उत्साह जताया, जबकि कुछ ने ECI से पारदर्शी और समयबद्ध प्रक्रिया की मांग की। एक यूजर ने लिखा, “बिहार में इस बार का चुनाव ऐतिहासिक होगा, जनता बदलाव चाहती है।”आगे की राहचुनाव आयोग की ओर से आधिकारिक घोषणा का इंतजार है, जो जल्द ही होने की उम्मीद है। तब तक राजनीतिक दल अपने प्रचार अभियानों, गठबंधन वार्ताओं, और उम्मीदवार चयन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

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