October 7, 2025
Biggest decision after independence! Modi said- GST reform is a ‘double dhamaka’ before Diwali

नई दिल्ली,डिजिटल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद द्वारा अनुमोदित व्यापक सुधारों की सराहना की और इन्हें भारत की आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा फ़ैसला बताया। दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी अब सरल हो गया है और दिवाली से पहले इन सुधारों को ‘डबल धमाका’ बताया। उन्होंने कहा कि अब जीएसटी और भी सरल हो गया है… 22 सितंबर को, जो कि नवरात्रि का पहला दिन है, अगली पीढ़ी का सुधार लागू हो जाएगा क्योंकि ये सभी चीजें निश्चित रूप से ‘मातृशक्ति’ से जुड़ी हैं।

मोदी ने कहा कि जीएसटी आज़ाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था। दरअसल, ये सुधार देश के लिए समर्थन और विकास का दोहरा लाभ हैं। एक तरफ़ देश के आम लोगों का पैसा बचेगा, तो दूसरी तरफ़ देश की अर्थव्यवस्था मज़बूत होगी। उन्होंने कहा कि आठ साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ था, तो कई दशकों का सपना साकार हुआ था। यह चर्चा मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद शुरू नहीं हुई। ये चर्चाएँ पहले भी होती थीं, लेकिन कभी कोई काम नहीं हुआ।

मोदी ने कहा कि कोई नहीं भूल सकता कि कांग्रेस सरकार ने आपका मासिक बजट कैसे बढ़ा दिया था… वे बच्चों की टॉफियों पर भी 21% टैक्स लगाते थे। अगर मोदी ने ऐसा किया होता, तो वे मेरे बाल नोच लेते। उन्होंने कहा कि जीएसटी में किए गए सुधारों का सारांश यह है कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में पाँच रत्न जोड़ देगा। पहला, कर प्रणाली सरल हो जाएगी। भारत के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा, उपभोग और विकास दर में वृद्धि होगी, व्यापार करने में आसानी होगी, निवेश और रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा, और एक विकसित भारत के लिए सहकारी संघवाद मज़बूत होगा।

मोदी ने कहा कि युवाओं के लिए एक और लाभ फिटनेस सेक्टर में होने वाला है। जिम, सैलून, योग जैसी सेवाओं पर टैक्स कम कर दिया गया है, यानी हमारे युवा फिट भी रहेंगे और हिट भी। उन्होंने कहा कि लाल किले से मैंने वोकल फॉर लोकल, स्वदेशी अपनाने का बड़ा आह्वान किया है। स्वदेशी यानि, जो कुछ भी हमारे देश में पैदा होता है, बनता है, जिसमें हमारे देश की मिट्टी की सुगंध है… वो मेरे लिए स्वदेशी है। इसलिए हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी का बोर्ड लगाकार हमें इस पर गर्व करना चाहिए।


प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जिसमें राजनीतिक इच्छाशक्ति है जिसके दिल में उज्ज्वल भविष्य की चिंता है और बच्चों के भविष्य की चिंता है। ऐसे में हम किसी भी दबाव का परवाह किए बिना ऑनलाइन गेमिंग के संबंध में कानून लाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के आज के विद्यार्थियों और आने वाली पीढ़ियों में एक सवाल शुरू से ही प्रचारित और प्रसारित किए जाने की जरूरत है। और वो सवाल है- मैं ऐसा क्या करूं जिससे मेरे देश की किसी ना किसी आवश्यकता की पूर्ति हो।

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