
TRF को लेकर बड़ा खुलासा,
नई दिल्ली, नेशनल डेस्क: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर 16 घंटे की मैराथन चर्चा सोमवार को शुरू हुई। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, और विपक्षी नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। चर्चा की शुरुआत में विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित हुई, लेकिन दोपहर 2 बजे से बहस शुरू हो सकी।
राजनाथ सिंह का बयान: ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदमरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक था। उन्होंने इसे तीनों सेनाओं के समन्वय का बेमिसाल उदाहरण बताते हुए कहा कि यह दावा “गलत और निराधार” है कि ऑपरेशन को किसी बाहरी दबाव में रोका गया। सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी, “यदि पाकिस्तान की कोई गलतफहमी बची है, तो उसे भी दूर कर दिया जाएगा।”
जयशंकर का विपक्ष पर हमला: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देना जरूरी था। उन्होंने खुलासा किया कि TRF (द रेसिस्टेंस फ्रंट) को पाकिस्तान ने बचाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने इसे वैश्विक आतंकी संगठन घोषित करवाकर उसकी कोशिश नाकाम कर दी। जयशंकर ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 193 में से केवल 3 देशों (पाकिस्तान सहित) ने इसका विरोध किया, जो भारत की कूटनीतिक सफलता को दर्शाता है।
जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 17 जून तक कोई सीधा संवाद नहीं हुआ। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “जिन लोगों ने कुछ नहीं किया, वे बहावलपुर और मुरीदके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने वाली सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।”
विपक्ष का पलटवार: गौरव गोगोई ने उठाए सवालकांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने सरकार से सवाल किया कि ऑपरेशन सिंदूर को क्यों रोका गया और पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकवादी अब तक पकड़े क्यों नहीं गए। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेने की मांग की। गोगोई ने सैन्य अधिकारियों के बयानों का हवाला देते हुए पूछा कि ऑपरेशन के दौरान कितने भारतीय विमान गिरे, क्योंकि यह जानकारी जनता और जवानों के लिए जरूरी है।
सपा और शिवसेना का रुख: ट्रंप का दावा और क्रिकेट मैच पर सवाल समाजवादी पार्टी के सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि यदि डोनाल्ड ट्रंप का संघर्ष विराम में मध्यस्थता का दावा सही है, तो यह भारत की सैन्य और कूटनीतिक स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले के 17 दिन बाद ऑपरेशन शुरू हुआ, जबकि देश तीसरे दिन ही कार्रवाई चाहता था।
शिवसेना (उबाठा) के नेता अरविंद सावंत ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान के साथ एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को प्रस्तावित भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय हित में होगा।
राज्यसभा में हंगामा: मतदाता सूची और अन्य मुद्दों पर गतिरोधराज्यसभा में बिहार मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही दो बार स्थगित हुई और अंततः दोपहर 2:02 बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। सरकार ने राज्यसभा में बताया कि वंदे भारत ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए रेल नेटवर्क में सुधार किया गया है। साथ ही, 1.50 करोड़ से अधिक घरों को प्राकृतिक गैस (पीएनजी) कनेक्शन दिए गए हैं।
महत्वपूर्ण खुलासे: स्मार्ट मीटर और दुर्लभ मृदा तत्वसरकार ने राज्यसभा में बताया कि दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु, केरल सहित छह राज्यों में स्मार्ट बिजली मीटर की स्थापना शून्य है। इसके अलावा, मध्यप्रदेश के सिंगरौली कोयला खदानों में दुर्लभ मृदा तत्वों (आरईई) के भंडार मिले हैं, जो स्वच्छ ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए महत्वपूर्ण हैं।