August 4, 2025

नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत तक भारी बारिश और बाढ़ से आफत आई है। उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश और ओडिशा से लेकर असम तक कम से कम 19 नदियां उफान पर हैं और इसके कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है।
जानकारी के अनुसार भारी बारिश से नगालैंड में तीन और ओडिशा में दो लोगों की जान चली गई है। हिमाचल प्रदेश में पिछले हफ्ते बादल फटने के बाद से लापता 30 लोगों के जिंदा मिलने की उम्मीद धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही है।
वही बादल फटने के बाद से बंद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बहाल कर दिया गया है, लेकिन टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली में मूसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। वहीं, अगले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है।
जमकर बरसेंगे मेघ
मौसम विभाग के अनुसार, इस पूरे हफ्ते देश भर में जमकर बरसात होगी। 13 जुलाई तक पूर्वी राजस्थान, 10 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 9 जुलाई तक पश्चिमी राजस्थान, 8-10 जुलाई के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इसके प्रभाव से 10 जुलाई तक बंगाल, झारखंड, ओडिशा, सिक्किम और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा कोंकण, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में भी विभिन्न स्थानों पर बौछारें पड़ सकती हैं।

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के अनुसार, असम में धनसिरी (दक्षिण) नदी गोलाघाट और नुमलीगढ़ और दिखो नदी शिवसागर जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और गंभीर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है।
असम में सात नदियों ने विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान को पार कर दिया है। उत्तर प्रदेश में चार, बिहार और ओडिशा में दो-दो और मध्य प्रदेश में एक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इनके किनारे वाले कई जगहों पर गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उत्तर प्रदेश में घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज और अयोध्या में, गंगा नदी फर्रुखाबाद और बदायूं में चेतावनी स्तर को पार कर लिया है। बिहार में बूढ़ी गंडक और कोसी नदियों का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है।

बदरीनाथ राजमार्ग पर फिर गिरा मलबा
उत्तराखंड में भारी बारिश से रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी ने रौद्र रूप ले लिया है। मौसम विभाग ने टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में विभिन्न जगहों पर मंगलवार को भी भूस्खलन को लेकर चेतावनी जारी की है। कई दिनों के बाद बदरीनाथ राजमार्ग को बहाल कर दिया गया। लेकिन सोमवार को उमट्टा में फिर मलबा गिरने से राजमार्ग तीन घंटे बाधित रहा और लंगासू में 40 वाहनों को रोकना पड़ा। बाद में मलबा हटाने के बाद वाहनों का आगे जाने दिया गया। लद्दाख के लेह जिले में भूस्खलन के बाद खालसर-श्योक बेल्ट में फंसे दो नागरिकों को सीमा सड़क कार्य बल (बीआरटीएफ) ने सुरक्षित निकाल लिया है।

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