
नई दिल्ली,नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को भी याद किया। शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय (अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन) में हुआ था। वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 1964 से 1966 तक देश का नेतृत्व किया।
श्रद्धांजलि समारोह
प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली के विजय घाट पर शास्त्री जी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी उनके साथ मौजूद रहीं। इससे पहले, उन्होंने राज घाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। यह समारोह राष्ट्रीय स्तर पर गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के रूप में मनाया जा रहा है, जो राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान का भी प्रारंभिक बिंदु है।सोशल मीडिया पर पीएम का संदेशपीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर
शास्त्री जी को याद करते हुए लिखा:
“श्री लाल बहादुर शास्त्री जी एक असाधारण राजनेता थे, जिनकी अखंडता, विनम्रता और दृढ़ संकल्प ने चुनौतीपूर्ण समय में भी भारत को मजबूत किया। उन्होंने उदाहरणीय नेतृत्व, शक्ति और निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक बनाया।” उन्होंने शास्त्री जी के ऐतिहासिक नारे ‘जय जवान, जय किसान’ का भी जिक्र किया।
“उनका ‘जय जवान जय किसान’ का उद्घोष हमारे लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने वाला था। वे हमें एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाने के प्रयासों में प्रेरित करते रहेंगे।”
पीएम ने कहा कि शास्त्री जी की सादगी और दृढ़ता आज भी लाखों भारतीयों को प्रेरित करती है। उन्होंने प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्रधानमंत्री संग्रहालय) में शास्त्री जी की गैलरी के कुछ चित्र भी साझा किए, जो उनके जीवन और उपलब्धियों को दर्शाते हैं।शास्त्री जी का योगदानलाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी सादगी, ईमानदारी और देशभक्ति के लिए जाना जाता है। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्होंने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया, जो सैनिकों और किसानों की भूमिका को रेखांकित करता है।
वे महात्मा गांधी के सिद्धांतों से गहराई से प्रभावित थे और स्वदेशी तथा आत्मनिर्भरता पर जोर देते थे। उनका निधन 1966 में ताशकंद में रहस्यमयी परिस्थितियों में हुआ था, लेकिन उनकी विरासत आज भी जीवित है। आज उनका 121वां जन्मदिन है।अन्य प्रतिक्रियाएंइस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी शास्त्री जी को श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने राज घाट पर पीएम के साथ गांधी जी को नमन किया। पूरे देश में शैक्षिक संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में शास्त्री जी के जीवन पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।पीएम मोदी ने अपने संदेश में जोर दिया कि शास्त्री जी और गांधी जी के आदर्शों पर चलकर ही भारत ‘आत्मनिर्भर’ और ‘विकसित भारत’ का सपना साकार कर सकता है। यह घटना राष्ट्रीय एकता और स्वच्छता के संदेश को मजबूत करती है।