
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पीसीसी मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत की
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पीसीसी मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा ‘वोट चोर गद्दी छोड़ ‘ हर गांव तक बात पहुंच गई कि भई वोटों की चोरी हो रही है इसलिए चुनाव जीते जा रहे हैं।
ये बहुत खतरनाक है, डेमोक्रेसी के लिए खतरनाक है। डेमोक्रेसी में सबसे पहला काम होता है चुनाव आयोग का वो निष्पक्ष चुनाव करवाए।
उन्होंने कहा -कोई पार्टी जीते कोई उम्मीदवार जीते अलग बात है, फिर जिस प्रकार का व्यवहार किया गया, राहुल गांधी जी ने एक क्वेश्चन रेज़ किया कि भई आप हमें मशीन रीडेबल दे नहीं रहे हो, आप वर्ना हम फटाफट इस काम को कर सकते थे तो आप जो है हमें मजबूरी में छह महीने लगे, छह महीने में हमने नतीजे पर पहुंचे हम लोग, लगभग एक लाख फर्जी वोट निकले अगर इलेक्शन कमीशन जांच करवा देता।
गहलोत ने आगे कहा -उस वक्त, इलेक्शन कमीशन जांच करवा देता उस वक्त तो उसमें कितने वोट कहां गड़बड़ हुई कहां नहीं हुई स्पष्ट हो जाता, और कायदा ये होता, आजतक आजादी के वक्त में जब आपको मालूम है हिंदुस्तान पाकिस्तान बना था तब कितने लोग हिन्दुस्तान आए होंगे कितने लोग पाकिस्तान गए होंगे तब भी इलेक्शन कमीशन ने चुनाव करवा दिए जबकि शिक्षा नहीं थी।
गहलोत ने पोस्ट किया कि – उस वक्त में, लोग चिन्ह को नहीं समझते थे पढ़ नहीं सकते उस से लगाकर आज तक का इतिहास है,चुनाव लगातार हो रहे हैं, चुनाव आयोग के जो चेयरमैन हैं न और उनके जो मेंबर हैं उनकी गलतियों से उनके व्यवहार से ये स्थिति बनी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा – देश के अंदर और ये इतना सीरियस प्वाइंट बन गया ,पहले शक था ईवीएम पर देशवासियों को, क्योंकि अब अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी जापान सब जगह वोट बैलेट से होता है, पहले वहां भी मशीनें थी, वो शक था ही पहले से ही, सुप्रीम कोर्ट तक लोग गए तो उन्होंने कहा वीवीपेट लगा दो, ये चल रहा था अब ये जो नया जो सर्वे हुआ है इधर आप दो महीने पहले चुनाव के आप एसआईआर करवा रहे हो ये डेढ़ साल पहले होता अगर आपको इंटेंसिव ये करना था।
इसलिए राहुल गांधी जी ने खड़गे साहब ने कहा है प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को आप तमाम लोगों से मीटिंग करो और आप सबसे साइन करवाओ कि वोट की चोरी किस प्रकार हो रही है और अगर वोट की चोरी होगी निष्पक्ष चुनाव कभी हो नहीं पाएंगे , निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे तो डेमोक्रेसी को खतरा है। देश के अंदर मुख्य बात ये है और डेमोक्रेसी को बचाना हर नागरिक का अधिकार है, क्योंकि अधिकार नहीं है कर्तव्य है, अगर वोट चोरी नहीं रुकी निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए। आम आदमी की जिम्मेदारी है अपने वोट के अधिकार को बचाने के लिए इस अभियान में हिस्सेदारी करे और वोट चोरी जो एक कैंपेन चल रहा है वो कामयाब करे।