
पीएम ने मणिपुर को “उम्मीद और विश्वास की सुबह” का प्रतीक बताया
नई दिल्ली /चूड़ाचांदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में दौरा किया। पीएम का 2023 की जातीय हिंसा के बाद उनका पहला राज्य दौरा है। इस दौरान उन्होंने चूड़ाचांदपुर जिले में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों (IDPs) से मुलाकात की और 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
यह दौरा शांति, सामंजस्य और विकास पर केंद्रित रहा, जहां पीएम ने मणिपुर को “उम्मीद और विश्वास की सुबह” का प्रतीक बताया।
विस्थापितों से मुलाकात: पीएम ने चूड़ाचांदपुर के पीस ग्राउंड पर राहत शिविरों में रहने वाले विस्थापित परिवारों, बच्चों और बुजुर्गों से बातचीत की। उन्होंने हिंसा प्रभावितों के दर्द को समझा और केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “मणिपुर की धरती साहस और दृढ़ता की धरती है। आपका जज्बा सलाम करने लायक है।”

विकास परियोजनाओं का शिलान्यास: चूड़ाचांदपुर से ही राज्य स्तर पर 14 प्रमुख परियोजनाओं की शुरुआत हुई, जिनमें शामिल हैं:शहरी सड़क सुधार और ड्रेनेज सुविधाएं।मणिपुर इंफोटेक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट। कामकाजी महिलाओं के हॉस्टल।
स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रामीण कनेक्टिविटी और खेल परिसरों का उन्नयन।
स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार– सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल
कुल 8,500 करोड़ रुपये की 31 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास पूरे राज्य में हुआ, जिसमें इंफाल में 1,200 करोड़ की परियोजनाएं भी शामिल हैं।
पीएम का संदेश और अपील : चूड़ाचांदपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा:”शांति विकास की आधारशिला है। केंद्र और राज्य सरकारें अवैध घुसपैठ जैसे मुद्दों पर कड़े कदम उठाएंगी।”
कनेक्टिविटी पर जोर: “मणिपुर में सड़कें और रेल नेटवर्क का विस्तार हो रहा है। जिरीबाम-इंफाल रेल लाइन जल्द पूरी होगी।”
मैतेई-कुकी समुदायों के बीच सद्भाव: “पहाड़ और घाटी के बीच मजबूत पुल बनाना जरूरी है। हम सब मिलकर मणिपुर को समृद्ध बनाएंगे।”
पीएम ने भारी बारिश के बावजूद इंफाल से सड़क मार्ग (लगभग 1.5 घंटे) से चूड़ाचांदपुर पहुंचकर लोगों से जुड़ने का संकल्प दिखाया। पृष्ठभूमि और महत्व2023 में मैतेई-कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़कने से 260 से अधिक मौतें हुईं और हजारों बेघर हुए। यह दौरा विपक्ष की आलोचना के बीच आया, जहां उन्हें राज्य न आने का आरोप लगाया गया। हालांकि, पीएम ने कहा कि केंद्र की निरंतर कोशिशों से शांति की दिशा में प्रगति हो रही है। कुकी बहुल चूड़ाचांदपुर और मैतेई बहुल इंफाल दोनों जगह कार्यक्रम आयोजित कर समावेशी दृष्टिकोण दिखाया गया।