
पटना ,स्टेट ब्यूरो। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी के विरोध में सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक 5 घंटे का बंद बुलाया था। यह टिप्पणी दरभंगा में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक मंच से की गई थी, जिसके बाद बीजेपी और NDA ने इसे देश की हर मां का अपमान बताते हुए कड़ा विरोध जताया।
उधर, भाजपा के नेताओं ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर धरना दिया, जिसमें भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, सांसद रविशंकर प्रसाद और धर्मशीला गुप्ता समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां का अपमान बिहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। कांग्रेस की बेशर्मी का आलम यह है कि उसके किसी भी वरिष्ठ नेता ने अब तक इस घटना के लिए माफी नहीं मांगी है। यह उनकी और उनके गठबंधन सहयोगियों की अहंकारपूर्ण मानसिकता को दर्शाता है। बिहार की जनता प्रधानमंत्री की दिवंगत मां के अपमान को कभी नहीं भूलेगी।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और अन्य नेताओं ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग की।
बंद के दौरान बीजेपी और NDA कार्यकर्ता, खासकर महिला मोर्चा, ने पटना, गया, दानापुर, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा और अन्य जिलों में प्रदर्शन किए। सड़कों पर टायर जलाए गए, नारेबाजी हुई और कई जगह यातायात जाम रहा। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर, सरकारी दफ्तर और निजी व्यवसाय बंद रहे, लेकिन अस्पताल, एम्बुलेंस, मेडिकल स्टोर और रेलवे सेवाएं चालू रहीं।
पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी थी, और टिप्पणी करने वाले व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
बंद का असर मिला-जुला रहा, खासकर पटना में सड़कें सुनसान थीं और कई जगह दुकानें बंद रहीं। NDA ने इसे ‘मातृशक्ति के अपमान’ के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध बताया, जबकि विपक्ष ने इसे असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का हथकंडा करार दिया।